मंगलवार की आरती | Mangalvar ki Aarti Lyrics

Mangalvar ki Aarti का महत्व भगवान के भक्तो द्वारा मंगल की पूजा और उनकी महिमा, गुणों तथा उनकी शक्तियों का गान किया जाता है। इस आरती के द्वारा भगवान मंगल की आराधना करते है और उनके आशीर्वाद तथा कृपा प्राप्त करने के लिए वंदना करते है। यह आरती भक्तो को शक्ति, सौभाग्य और सफलता की प्राप्ति में सहायक है।

मंगलवार की आरती का महत्व

Mangalvar ki Aarti Lyrics
Mangalvar ki Aarti Lyrics

मंगलवार सप्ताह का तीसरा दिन होता है और इसे हिंदू पंचांग के अनुसार बड़ा मंगलवार के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन मंगल ग्रह(भगवान मंगल) की पूजा की जाती है। मंगल ग्रह को वीरबली के रूप में भी जाना जाता है और उनकी पूजा मंगलवार को होती है।

मंगलवार का महत्व मंगल ग्रह के आधार पर होता है और मंगल ग्रह वीरता, उत्साह और सौभाग्य का प्रतीक होता है।

हनुमान जी को भी बल, शक्ति, धैर्य, सौभाग्य, और वीरता के रूप में माना जाता है, इसलिए इसे भगवान हनुमान जी का दिन भी माना जाता है। मंगलवार को हनुमान जी की पूजा, अर्चना की जाती है। इस दिन हनुमान जी की आरती, बजरंग बाण और हनुमान चालीसा पढ़ने से विशेष लाभ मिलते है। सरस्वती जी की आरती लिरिक्स

मंगल मूर्ति जय जय हनुमंता,
मंगल मंगल देव अनन्ता।।
हाथ बज्र और ध्वजा बिराजै,
कांधे मूंज जनेऊ साजे।
शंकर सुवन केसरी नन्दन,
तेज प्रताप महाजग बन्धन।। मंगल.
लाल लंगोटा लाल दोऊ नैना,
पर्वत सम फारत सेना।
काल अकाल जुध्द निलकारी,
देश उजारत क्रुद्ध अपारी।। मंगल.
रामदूत अतुलित बल बलधामा,
अन्जनी पुत्र पवनसुत नामा।
महावीर विक्रम बजरंगी,
कुमति निवारि सुमति के संगी।। मंगल.
भूमि पुत्र कंचन बरसावें,
राजघाट पुर देस दिवावें।
शत्रुन काट-काट महि डारैं,
बंटन व्याधि विपत्ति निरारैं।। मंगल.
आपन तेज सम्हारौ आपै,
तीनों लोक हांकते कांपै।
सब सुख लहै तुम्हारी शरना,
तुम रक्षक काहू को डरना।। मंगल.
तुम्हरे भजन सकल संसारा,
दया करो सुख दृष्टि अपारा।
राम दण्ड कालहु को दंडा,
तुमरे पर सिहोत सत खंडा।। मंगल.
पवन पुत्र धरनी के पूता,
दोउ मिल काज करो अद्भूता।
हम प्राणी सरनागति आये,
चरण कमल रज सीस नवाये।। मंगल.
रोग शोक बहु विपति घिराने,
दारिद्र दु:ख बंध प्रकटाने।
तुम तजि ओर न मेटनहारा,
दोऊ तुम हो महावीर अपारा।। मंगल.
दारिद्र दहन, हरन ॠणत्रासा,
करो रोग दु:ख दु:स्वप्न बिनासा।
शत्रुन करो चरन के चेरे,
तुम स्वामी हम सेवक तेरे।। मंगल.
विपति हरन मंगलमय देवा,
अंगीकार करो यह सेवा।
मुदित भक्त विनती यह मोरी,
देव महाधन लाख करोरी।। मंगल.
दोहा– श्रीमंगल जी की आरती,
हनुमत सहित जु गाइ।
होत मनोरथ सिद्ध सब,
अन्त विष्णुपुर जाइ।।

मंगलवार को भगवान शंकर की भी पूजा अर्चना की जाती है। भगवान शिव को नीलकंठ, महादेव और त्रिपुरारी आदि नामों से भी जाना जाता है। श्री गणेश चालीसा पाठ इन हिंदी

हनुमान जी को भी रुद्रावतार माना जाता है, यानी वो शंकर भगवान के अंशावतार है। उनकी आराधना करने से भक्तो को ब्रह्मा, विष्णु और महेश(त्रिदेवों) का आशीर्वाद मिलता है।

मंगलवार को मंगल स्तोत्र का पाठ भी किया जाता है, जिससे भक्तों को खुशहाली, शांति, स्वास्थ्य और समृद्धि मिलती है।

Mangalvar ki Aarti

Mangala Murati Jaya Jaya Hanumanta,
Mangala Mangala Deva Ananta ||
Hatha Vajra Aura Dhvaja Viraje,
Kandhe Munja Jane’u Saje ||
Sankara Suvana Kesari Nandana,
Tej Pratap Maha Jag Vandan || mangal |
Lala Langoṭa Lala Do’u Nayana,
Parvat Sum Pharat Hai Sena ||
Kaal Akal Jud’dha Kilkari,
Desh Ujarat Krud’dha Apari || mangal |
Rama Duta Atulita Baladhama,
Anjani Putra Pavana Suta Nama.
Mahavira Vikrama Bajarangi,
Kumati Nivar Sumati Ke Sangi ||
Bhumi Putra Kanchan Barasave,
Rajapaṭra Pur Desh Divave ||
Satrun Kaaṭ-Kaaṭ Mahiṁ Dare,
Bandhan Vyadhi Vipatti Nivare ||
Aapan Tej Samharo Aape,
Tino Lok Hanka Te Kampai ||
Sab Sukh Lhai Tumhari Saraṇa,
Tum Rakṣhak Kahu Ko Darana ||
Tumhare Bhajan Sakal Sansara,
Daya Karo Sukha Dr̥ṣhṭi Apara ||
Ramadaṇḍa Kalahu Ko Daṇḍa,
Tumre Paras Hota Sab Khaṇḍa || mangal |
Pavan Putra Dharti Ke Puta,
Do Mil Kaaj Karo Avdhuta ||
Har Praṇi Saraṇagat Aaye,
Charaṇ Kamal Mei Seesh Navaye || mangal |
Rog Soak Bahut Vipatti Ghirane,
Darid Dukha Bandhan Prakaṭane ||
Tum Taj Aur Na Meṭan Hara,
Do’u Tum Ho Mahavir Apara || mangal |
Daridra Dahan Riṇa Trasa,
Karo Rog Duḥsvapna Vinasa ||
Satrun Karo Charan Ke Chere,
Tum Swami Hum Sevak Tere || mangal |
Vipatti Haran Mangal Deva,
Angikar Karo Yaha Seva ||
Mudit Bhakt Vinati Yeh Mori,
De’u Mahadhan Lakh Karori ||
Doha:- Shri Mangal Ji Ki Arati, Hanumata Sahitasu Gaai.
Ho’i Manoratha Sid’dha Jab, Anta Viṣṇupura Jaai.

मंगलवार के दिन मां दुर्गा और मां काली की भी पूजा की जाती है, जिससे की भक्तो को समृद्धि, संकटों से मुक्ति और सुख समृद्धि मिलती है। गणेश जी की आरती इन हिंदी

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भी मंगलवार को शुभ घटनाओं के होने का योग बनता है, इसलिए इसी दिन कोई नया काम शुरू किया जाता है, ताकि सफलता और समृद्धि मिले।

इस प्रकार मंगलवार की आरती, भजन और मंत्रोच्चार करने से आत्मा और मन शुद्ध होता है और भक्त को सौभाग्य, सुख समृद्धि और शक्ति मिलती है।

FAQ

मंगलवार को हनुमान जी आरती करने से क्या होता है?

इस दिन हनुमान जी की आरती करने से सारे संकट, दुख और गरीबी दूर होती है तथा घर परिवार में समृद्धि आती है और आपका शरीर स्वस्थ रहता है।

किसी जातक का मंगल ग्रह कमजोर है, तो क्या करें

उसे हनुमान जी की आरती करनी चाहिए। मंगलवार को हनुमान जी की आरती करने से घर से सारी नकारात्मक ऊर्जा और शक्तियां चली जाती है।

हनुमान जी पृथ्वी पर कब तक रहेंगे?

हनुमान जी को भगवान राम ने चिरंजीवी होने का वरदान दिया था, इसलिए वे सशरीर इस धरती पर कलयुग के अंत तक रहेंगे।

हनुमान जी कौन है?

हनुमान जी को भगवान शिव का 11 रुद्रावतार माना जाता है, जो की 7 चीरंजीवियो में से एक है यानी की महावीर हनुमान अजर अमर है।

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